श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला , जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित राज्य के शीर्ष मुख्यधारा के राजनेताओं ने भारत के निजी हज कोटे में अचानक 80 प्रतिशत कटौती की रिपोर्ट पर चिंता व्यक्त की है और विदेश मंत्री डा़ एस जयशंकर से सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री के कार्यालय ने कहा कि 52,000 से अधिक भारतीय जायरीनों के हज स्लॉट रद्द किए जाने की खबर बेहद चिंताजनक है इनमें से कई ने पहले ही भुगतान पूरा कर दिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने 'एक्स' पर कहा, "मैं माननीय विदेश मंत्री डा़ एस जयशंकर से आग्रह करता हूं कि वे सभी प्रभावित जायरीनों के हित में समाधान खोजने के लिए जल्द से जल्द सऊदी अधिकारियों से संपर्क करें। इस साल पवित्र हज यात्रा करने की उम्मीद कर रहे हजारों लोगों की परेशानी को कम करने के लिए यह उपाय महत्वपूर्ण है।"
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस साल पवित्र हज यात्रा करने की उम्मीद कर रहे हजारों भारतीय हज यात्रियों के हज स्लॉट रद्द करने के समाधान के लिए सऊदी अधिकारियों से संपर्क करने का आह्वान किया।
फारूक ने 52,000 से अधिक भारतीय हज यात्रियों (निजी हज कोटा) की चिंताओं को दूर करने के महत्व पर जोर दिया जिन्होंने अपनी यात्रा के लिए पहले ही भुगतान कर दिया है।
उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करें और इस मुद्दे को हल करने और सभी प्रभावित हजयात्रियों के हितों की रक्षा के लिए राजनयिक चैनलों के माध्यम से सक्रिय कदम उठाएं। इस साल पवित्र हज यात्रा करने की उम्मीद कर रहे हजारों लोगों की परेशानी को कम करने के लिए यह उपाय महत्वपूर्ण है।"
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हज कोटे में कटौती को लेकर सऊदी अरब से आ रही एक खबर को परेशान करने वाला बताया। उन्होंने 'एक्स' पर कहा, "रिपोर्टों से पता चलता है कि भारत के निजी हज कोटे में से 80 प्रतिशत में अचानक कटौती कर दी गई है। इस अचानक फैसले से देश भर के हजयात्रियों और टूर ऑपरेटरों को भारी परेशानी हो रही है। विदेश मंत्रालय से आग्रह है कि वह इस मामले को सऊदी सरकार के समक्ष उठाकर तत्काल हस्तक्षेप करे।"
अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने निजी हज कोटे में कटौती पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने विदेश मंत्री डॉ.जयशंकर और केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री
किरिन रिजिजू से अपील की कि वे इस मामले को सऊदी सरकार के समक्ष उठाएं और यह सुनिश्चित करें कि इस फैसले को वापस लिया जाए।
बुखारी ने 'एक्स' पर कहा, "भारतीय हज यात्रियों के लिए हज स्लॉट में कटौती गहरी चिंता का विषय है क्योंकि इससे लगभग 40,000 से अधिक योग्य आकांक्षी इस साल पवित्र हज यात्रा करने के अवसर से वंचित हो जाएंगे। इनमें से अधिकांश आकांक्षी अपनी लंबे
समय से प्रतीक्षित आध्यात्मिक यात्रा को पूरा करने की प्रत्याशा में पहले ही भुगतान कर चुके हैं।"